धर्म का अर्थ कर्मकांड और पूजापाठ नहीं है। धर्म का अर्थ है कर्तव्य। राष्ट्र, समाज, परिवार और मानव मात्र के हित में जो करने योग्य है, वो ही धर्म है।
World friendlywww.raghurajcashcode.com
Promote Your Page Too
Get top news and viral post in short
No comments:
Post a Comment