अक्षय तृतीया पर कभी समाप्त नहीं होने वाला धन कमाएं
शास्त्रों में अक्षय तृतीया को सर्वसिद्घ मुहूर्त कहा गया है। इस दिन किए गए कार्य का पुण्य कभी क्षय नहीं होता यानी कभी समाप्त नहीं होता। जन्मजन्मांतर तक व्यक्ति को अक्षय तृतीया के दिन किए गए पुण्य का लाभ प्राप्त होता रहता है। इसलिए इसे अक्षय तिथि भी कहा जाता है। इस दिन भगवा विष्णु की पूजा का शास्त्रों में बड़ा महत्व बताया गया है।
शास्त्रों में अक्षय तृतीया के अवसर पर सोने की खरीदारी
पंडित जयगोविंद शास्त्री बताते हैं कि शास्त्रों में कहीं भी यह उल्लेख नहीं मिलता है कि अक्षय तृतीया के दिन सोना खरीदाने से धन बढ़ता है। दरअसल अक्षय तृतीया का दिन दान पुण्य और साधन के लिए उत्तम दिन है।
इसदिन जो व्यक्ति अपनी श्रद्घा और भक्ति से ईश्वर का ध्यान करता है और दान पुण्य करता है उसका धर्म रुपी स्वर्ण और उसके पुण्य की पूंजी कई गुणा बढ़ जाती है जिसका लाभ कई-कई जन्मों तक प्राप्त होता है। इसलिए अक्षय तृतीया के दिन धर्म और पुण्य की पूंजी बढ़ने का प्रयास करना चाहिए।
इसदिन जो व्यक्ति अपनी श्रद्घा और भक्ति से ईश्वर का ध्यान करता है और दान पुण्य करता है उसका धर्म रुपी स्वर्ण और उसके पुण्य की पूंजी कई गुणा बढ़ जाती है जिसका लाभ कई-कई जन्मों तक प्राप्त होता है। इसलिए अक्षय तृतीया के दिन धर्म और पुण्य की पूंजी बढ़ने का प्रयास करना चाहिए।
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